Business

header ads

"अहंकार" को मार पड़ती है...

कविता रचनाकार- डॉ. अशोक कुमार वर्मा (हरियाणा पुलिस)

अहंकार को मार पड़ती है...
करता है ईश्वर, मैं हूं नश्वर, यह बात सब जान लो।
जब तक हैं घट में प्राण, यह बात मान लो।
करता है ईश्वर मैं हूं नश्वर यह बात सब जान लो।
ईश्वर है कण कण में यह सच जान लो।
अहंकार है पतन का कारण इसका नहीं कोई निवारण।
रावण जैसे चले गए तो अपनी औकात पहचान लो।
करता है ईश्वर मैं हूं नश्वर यह बात सब जान लो।
अहंकार को पड़ती है मार, जीवन का सच जान लो।
करता है ईश्वर मैं हूं नश्वर यह बात सब जान लो।
बद से बुरे बदनाम होते, झूठ के नहीं पांव होते, यह बात मान लो।
करता है ईश्वर, मैं हूं नश्वर, यह बात सब जान लो।
अहंकार न कर हे मानव, सब कुछ भगवान कराता है।
उसकी कृपा हो जाए तो तू नाम कमाता है।
यदि सही सलामत रखे वो, तब ही कुछ हो पाता है
यदि नाकारा और बीमार हो जाए तू तो कुछ नहीं कर पाता है।
करता है ईश्वर, मैं हूं नश्वर, यह बात सब जान लो।

Post a Comment

0 Comments

ARwebTrack