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राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रतिनिधियों के साथ की मीटिंग...


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को वीसी के जरिये सीएम आवास से गांवों में कोरोना के कहर पर गहन मंथन किया। राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर विधायकगण, जिला प्रमुख एवं पंचायती राज से वार्ड पंच स्तर तक के प्रतिनिधियों के साथ बात की। बता दें कि इस वीसी में कांग्रेस के साथ साथ भाजपा के नेता व प्रशासनिक अधिकारी जुड़े। प्रमुख लोगों की बात की जाये तो इस आॅनलाइन वीसी में राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मुख्य सचेतक महेश जोशी, राज्यमंत्री सुभाष गर्ग,​ डॉ. रघु शर्मा, तो वहीं भाजपा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया व राजस्थान डीजीपी एमएल लाठर, स्वास्थ्य विभाग के सचिव सिद्धार्थ महाजन, मुख्य सचिव निरंजन आर्य सहित अन्य जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी इस वीसी में जुड़े।

बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना पर कंट्रोल के उपायों पर लाइव मंथन चला। तो वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, अभी लॉकडाउन को प्रभावी बनाने का काम करना होगा। कोरोना रोकने का लॉकडाउन ही रामबाण है। कोरोना रोकने में पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों का बड़ा योगदान है। मैं खुद पॉजिटिव आने के बाद दो दिन उदास रहा लेकिन अब कोई दिक्कत नहीं है। वहीं इससे पहले सीएम अशोक गहलोत ने कहा-जब तक कोरोना की चेन नहीं टूटेगी, तब तक हम कितनी ही VC कर लें, कोई फायदा नहीं होने वाला। पिछली बार गांव वालों ने पहरे दिए थे। क्वारैंटाइन व्यक्ति बाहर न निकलें। इस बार तो कोरोना गांव तक पहुंच चुका है, गांव के लोग सतर्क रहें।

तो वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा, अभी वाहन बंद कर दिए, अब मरीज को अस्पताल ले जाने में दिक्कत होगी। एंबुलेंस की संख्या कम है, इसलिए यह संख्या दूर दराज के क्षेत्रों में बढ़ाई जाए। गांवों में आज भी मास्क लगाने की परिपाटी नहीं है। गांवों में कोरोना ज्यादा फैल रहा है। कटारिया ने कहा, यह किसी पार्टी, जाति की बीमारी नहीं है, हम मरीज को सही जगह पहुंचाएं। बाहर से आने वालों को सख्ती से क्वारैन्टाइन किया जाए।

और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ बोले- कोरोना से लड़ाई में हम मजबूती से सीएम के साथ खड़े हैं। हम आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करते हैं, करते रहेंगे। लेकिन कोरोना से जंग में हम मुख्यमंत्री और सरकार के साथ खड़े हैं। इस वक्त पंच और सरपंचों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। पंच सरपंच गांवों में कोविड प्रोटोकॉल की पालना करवाएं।

राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा-कोरोना के खिलाफ हम सबको मिलकर लड़ाई लड़नी है। इस लड़ाई में हम सरकार के साथ हैं। लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। सावधानी बरतें। हम सब डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी, पुलिस सहित कोरोना वॉरियर का सम्मान करें। हम मिलकर लड़ेंगे, कोरोना हारेगा और राजस्थान जीतेगा।

राजस्थान डीजीपी एमएल लाठर ने कहा- कोरोना को लेकर गांवों में गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है। समस्या का समाधान तभी हो सकता है, जब समस्या को स्वीकार करें। हमें बीमारी को गंभीरता से लेना है। गांव के जनप्रतिनिधि ही लोगों को समझा सकते हैं। कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर अपनाकर ही बचा जा सकता हैं। गांव में नो मास्क् नो मूवमेंट का पालन कराना है। लॉकडाउन में तो घर से निकलना ही नहीं है। गांवों में जनप्रतिनिधि अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके शादियां टलवाने का प्रयास करें। जिंदा रहेंगे तो सब कर लेंगे।

स्वास्थ्य विभाग के सचिव सिद्धार्थ महाजन ने प्रेजेंटेशन में बताया कि राजस्थान में कोरोना के केस इसी रफ्तार से बढ़ते रहे तो 26 दिन बाद एक्टिव मरीज दोगुने हो जाएंगे। गांवों में करीब 1.3 करोड़ घरों का सर्वे किया है। 6 लाख लोगों में कोरोना जैसे लक्षण मिले हैं। अभी 2 लाख एक्टिव केस हैं, 26 दिन बाद यानी 6 जून के आसपास ही प्रदेश में 4 लाख एक्टिव मरीज हो जाएंगे। इस बार रोज 82 हजार लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। इस बार 72 फीसदी लोग ठीक हुए हैं, 26 फीसदी एक्टिव हैं।

सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा-हम सब दलों के लोग एक होकर कोरोना से लड़ें और यह एकजुटता दिखनी भी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष केवल बयान देने से राजस्थान की जनता का भला नहीं होगा। आप राजस्थान की आवाज बनें, राजस्थान की समस्या उठाएं तभी इस संकट से निकाल पाएंगे। सीएम ने कभी कोई भेदभाव नहीं किया, इसलिए आपकी तारीफ करता हूं। कोरेाना से लड़ाई हमें सामाजिक स्तर पर लड़नी होगी।

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