देवेंद्र शर्मा
जयपुर। नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉइज यूनियन जयपुर मंडल द्वारा रनिंग कर्मचारियों ने शनिवार को शांतिपूर्ण तरिके से अपना विरोध जताया। इन सभी कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न समस्याओं से अवगत कराने हेतु काली पट्टी व बैच लगाकर विरोध जताया है।
जानकारी के अनुसार नॉर्थ वेस्टर्न रेवले एम्पलॉइज यूनियन जयपुर मंडल द्वारा रनिंग कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर समय समय पर प्रशासन को हर स्तर पर अवगत करवाया जा चुका है। हर स्तर पर पत्रों के माध्यम से भी रनिंग कर्मचारियों में उपजे रोष को बताया गया, लेकिन समस्याओं के निराकरण के बाजाय बढ़ोतरी हो रही है।
बता दें कि इसी के तहत मंडल के रनिंग स्टाफ ने अपनी लगभग 8 सूत्रीय मांगों के चलते काली पट्टी बांधकर कार्य किया। विरोध जता रहे कर्मचारियों ने कहा कि यदि अब भी हमारी ओर ध्यान नहीं दिया गया तो खुले रूप से संगठनात्मक गतिविधि करने के लिये तैयार रहना होगा।
ये हैं रनिंग कर्मचारियों की 8 सूत्रीय मांग:
— 6 माही केडर रिव्यू के नाम पर रनिंग स्टाफ का कैडर कम किया है उसे रिस्टेट किया जाये।
— कोविड में क्रेंक ट्रेनों का संचालन बंद हो, क्र्यू को मुख्यालय ओवर शूट नहीं करवाया जाये, तथा ट्रेनों के संचालन के लिये बनी नीति के अनुसार अजमेर और जयपुर मंडल को संचालन करवाया जाये।
—रेलवे बोर्ड की नीति के अनुसार रनिंग कर्मचारियों का ड्यूटी 8—9 घंटे से अधिक काम नहीं लिया जाये, रनिंग स्टाफ को 36 घंटे में मुख्यालय पर लाया जाये।
— कोविड-19 के संक्रमण से बचान हेतु फेस मास्क, ग्लब्स, सैनेटाइजर, साबुन उपलब्ध करवाया जाये तथा लॉबी, रनिंग रूम व इंजन को सैनेटाइज किया जाये।
— स्पाड के मामले में रेवले बोर्ड के मापदंड अनुसार कार्रवाई की जाये तथा निलंबित कर्मचारियों को तुरंत बहाल किया जाये।
—कोविड संक्रमण से मृत्यु हुये कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर माना जाये और आर्थिक सहायता उपलब्ध मी जाये तथा कोविड संक्रमित आइसोलेशन में रहे कर्मचारियों को 30 दिन का स्पेशल सीएल दिया जाये।
—रनिंग कर्मचारियों को रेस्ट छुट्टी समय पर दी जाये गाड़ियों के संचालन में यूटर्न सिस्टम से काम लिया जाये तथा रनिंग रूम में कम से कम रोका जाये।
— कोविड संक्रमण काल में रंनिंग स्टाफ अधिकतम गाड़ियों का संचालन कर रहा है। पूरे जोन में जयपुर मंडल सबसे ज्यादा गाड़ियों को चला रहा है फिर भी रनिंग स्टाफ को इग्नोर करना पूर्णता अनुचित है।
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