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राज्यपाल कलराज मिश्र ने किया झण्डारोहण


जयपुर।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने रविवार को यहां राजभवन में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झण्डारोहण किया। इसके उपरांत राज्यपाल मिश्र ने पांचवी बटालियन आरएसी गारद की सलामी ली। इस अवसर पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन परिसर स्थित राजकीय विद्यालय के उच्च प्राप्तांक वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कार तथा मिठाई वितरित कर उनका उत्साहवद्र्धन किया।कोरोना महामारी के चलते राजभवन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संक्षिप्त एवं सादगीपूर्ण तरीके से झण्डारोहण कार्यक्रम आयोजित किया गया।राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन परिसर के उद्यान में कदम्ब और तालवृक्ष का पौधारोपण किया। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री सुबीर कुमार, प्रमुख विशेषाधिकारी गोविन्द राम जायसवाल सहित राजभवन के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। राज्यपाल मिश्र का स्वाधीनता दिवस पर संदेश   स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्यपाल कलराज मिश्र के संदेश का वाचन जिला स्तरीय समारोहों में करवाया गया। राज्यपाल मिश्र का स्वाधीनता दिवस पर संदेश अविकल रूप से प्रस्तुत है-मिश्र का स्वाधीनता दिवस पर संदेश-स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्यपाल कलराज मिश्र के संदेश का वाचन जिला स्तरीय समारोहों में करवाया गया।राज्यपाल मिश्र का स्वाधीनता दिवस पर संदेश अविकल रूप से प्रस्तुत है-आज हमारा देश हर्ष और उल्लास के साथ 75 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। मैं इस अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।इस राष्ट्रीय पर्व पर मैं देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले रणबांकुरों, अमर शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इनके त्याग, संघर्ष और बलिदान से हम विश्व के सबसे बडे लोकतंत्र में रहकर गौरवान्वित हैंं।मैं हमारे बीच में मौजूद हमारे प्रेरणा स्त्रोत स्वतंत्रता सेनानियों को शत्-शत् नमन करता हूं एवं उनके स्वस्थ और दीघार्यु होने की कामना करता हूं।देश की एकता और अखण्डता को अक्षुण्ण रखने के लिए सरहद पर शहादत देने वाले बहादुर सैनिकों, अद्र्ध सैनिक बल के जवानों तथा पुलिस के जांबाज सिपाहियों को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं तथा देश की सीमाओं की रक्षा के लिए तैनात सभी जवानों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।आप सभी जानते हैं कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण पूरी दुनिया में विकट परिस्थितियां बनी। मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता है कि कोरोना काल में भी राज्य सरकार संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह प्रशासन देने के संकल्प के साथ विकास के पथ पर निरन्तर अग्रसर रही है।''राजस्थान सतर्क है के सूत्र को लेकर राज्य सरकार ने कोरोना की चुनौती को अवसर में बदलते हुए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के सार्थक प्रयास किये हैं। बेहतरीन कोरोना प्रबंधन का ही परिणाम रहा कि राजस्थान की रिकवरी रेट सबसे बेहतर रही और मृत्युदर भी कम रही। प्रदेश में कोरोना जांच की सुविधा नहीं होने से पहले सेम्पल पुणे भेजे जाते थे। वर्तमान में राज्य में 70 लैब्स स्थापित कर जांच क्षमता प्रतिदिन 1 लाख 45 हजार की जा चुकी है। कोविड मरीजों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए अस्पतालों में बेड्स की संख्या में निरन्तर वृद्धि की गयी। प्रथम लहर में मात्र 8 हजार 529 ऑक्सीजन बेड्स थे। द्वितीय लहर में ऑक्सीजन बेड्स की संख्या बढ़ाकर 21 हजार 261, आईसीयू बेड्स की संख्या बढ़ाकर 2 हजार 976, वैन्टीलेटर्स की संख्या बढ़ाकर 2 हजार 534 एवं सामान्य बेड्स की संख्या दोगुनी करके 14 हजार 465 की जा चुकी है।कोरोना संक्रमण की प्रारम्भिक अवस्था में पहचान कर आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराने के लिये 27 हजार टीमें गठित कर घर-घर सर्वे किया गया एवं 18 लाख से अधिक मेडिसिन किट वितरित किये गये।

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