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जयपुर। डीजीपी एमलाठर ने आज राजस्थान पुलिस का 2030 विजन तैयार किया है इसके साथ ही तमाम तरह के केसो के 2020-21 के विवरण को मीडिया के सामने केसो की संख्या के साथ खुलासा किया। डीजीपी लाठर ने कहा कि 2021 में पुलिस मुख्यालय से नियमित तौर पर परिवेक्षण कर 93021 लम्बित प्रकरणो का निस्तारण किया पुलिस ने 55 करोड़ 56,62,792 रूपए की साइबर ठगी की शिकायतें भी दर्ज की है साइबर क्राइम एसओजी में 12 प्रकरण दर्ज किए गए इनमें 46 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया अवैध हथियारों के खिलाफ भी 5357 प्रकरण दर्ज किए गए इन प्रकरणो में 5 हजार 924 अपराधी गिरफ्तार किए गए इसी प्रकार पुलिस को डकैती के अपराधो में 92 प्रतिशत सफलता मिली। राष्ट्रीय स्तर की तुलना में पेडेसी और अनुसंधान में राजस्थान का तीसरा स्थान रहा उन्होने कहा कि पब्लिक फ्रेडली अवधारणा के तहत पुलिस मित्र और ग्राम संरक्षकों को पुलिस बल से जोड़ा गया इसके साथ ही परिवादियों लिए सकारात्मक वातावरण उपलब्ध करवाने के लिए स्वागत कक्ष का निर्माण किया अभी तक 663 थानों में स्वागत कक्ष का निर्माण हो चुका है और 198 में निर्माण कार्य प्रगति पर उन्होने साल 2020 में होने वाले अपराधों में 56.80 प्रतिशत अपराधियों को सजा दिलाई का खुलासा किया इसके साथ ही उनहोने कहा कि राजस्थान पुलिस का गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान रहा जो राष्ट्रीय औसत की तुलना में 17.90 प्रतिशत सजा दिलाने में राजस्थान आगे रहा इसी प्रकार 2019 में महिला अपराधों से सम्बन्धित प्रकरणों को तुरंत निस्तारण किया गया जिसमें राजस्थान का देश में दूसरा स्थान रहा। कुल मिलाकर राजस्थान पुलिस की प्रगति और कार्यशैली का साल दर साल का ब्यौरा देने के साथ डीजीपी ने कहा कि हमारा प्रयास यही है कि राजस्थान को किसी भी तरीके के अपराध करने वाले अपराधियों से मुक्त बनाना है।
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