जयपुर। राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर परिणाम आने के 6 दिन बाद भी सस्पेंस बरकरार है इस बीच राजनीतिक गलियारों में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कई तरह की अटकलें और कयास जारी है बीजेपी ने मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया में एक कदम आगे बढ़ा दिया है. विधायकों की सहमति के लिए पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने तीन पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है. पर्यवेक्षक बैठक करके विधायकों से चर्चा करते उससे पहले ही सीएम रेस में चल रहे तिजारा से विधायक बाबा बालक नाथ ने अपने आप को मुख्यमंत्री की दावेदारी से अलग कर लिया है। बाबा बालक नाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि मीडिया, सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं पर ध्यान न दें, मुझे अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है। तिजारा से नवनिर्वाचित विधायक बाबा बालक नाथ ने पोस्ट कर लिखा कि पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनता जनार्दन ने पहली बार सांसद और विधायक बनाकर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नजर अंदाज करें. मुझे अभी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है। दरअसल, बालक नाथ का सोशल मीडिया पर यह बयान ऐसे समय में आया है, जब मुख्यमंत्री के नाम को लेकर काउंटडाउन शुरू हो गया है और बाबा बालक नाथ के नाम की चर्चा सियासी गलियारों में थी पार्टी की ओर से बनाए गए पर्यवेक्षक रविवार को जयपुर पहुंचकर विधायकों के साथ बैठक करके मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव लेकर मुहर लगाएंगे।
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