Business

header ads

राजस्थान की चिकित्सक टीम ने कोरोना वायरस संक्रमण के तीन मरीजों को किया ठीक


देवेंद्र शर्मा..
जयपुर। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर केंद्र सरकार से लेकर राज्यों की सरकारों ने भी लोगों से सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। जिसके चलते राजस्थान में गहलोत सरकार ने 31 मार्च तक स्कूल,कॉलेज,सिनेमा और जिम को बंद करने के निर्देश दे रखे हैं तो वहीं इस संक्रमण से निजात पाने के लिए इलाके में धारा 144 भी लागू कर दी गई है।

बता दें कि राजस्थान में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 7 मरीज पीड़ित आ चुके हैं। इसमें से राजस्थान की चिकित्सक टीम ने 3 मरीजों को रेट्रोवायरल ड्रग से ठीक करने का दावा किया है। राजस्थान की चिकित्सक टीम पूरी क्षमता के साथ इन मरीजों का उपचार करने में जुटी है तो वहीं इस संक्रमण की रोकथाम को लेकर भी कई कारगर कदम उठाये जा रहे हैं।

इसको लेकर डॉ. सुधीर भंडारी का कहना है कि सवाई मानसिंह अस्पताल की चिकित्सक टीम ने कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए एक वॉर रूम तैयार किया है। उन्होंने कहा कि हमें दूसरे राज्यों से क्वेरी मिल रही है कि आप उस दवा के बारे में हमें बताएं जिसे आपने उपयोग किया था। हम दूसरे राज्यों के अलावा दूसरे देशों के साथ भी प्रयोग की गई दवा की जानकारी बता रहे हैं।

सवाईमानसिंह हॉस्पिटल के बाद जयपुर के शास्त्री नगर में स्थित दूसरे सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल हरिबक्श कांविटया के पीएमओ डॉ. एल हर्षवर्धन का कहना है कि कोरोना कोविड 19 वायरस संक्रमण दिसम्बर 2019 में चाइना में पकड़ में आया था। उन्होंने कहा कि इस वायरस से घबराये नहीं बल्कि सावधानी बरते। लोगों से अपील करते हुए उन्होंने हॉस्पिटल में लगातार मैसेज कराया जा रहा हॉस्पिटल में अनावश्यक भीड़ ना करें और मास्क का प्रयोग करें तो वहीं उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइड लाइन को अपनाए और अपने मोबाइल को समय समय पर सेनेटाइजर से साफ करें।

दावा किये जा रहे प्रश्न पर 'सत्ताजगत' के संवाददाता द्वारा पीएमओ डॉ. एल हर्षवर्धन से पूछा गया कि क्या 'ए' ब्लड ग्रुप के लोगों को कोराना वायरस संक्रमण जल्द जकड़ता था इस पर पीएमओ हर्षवर्धन ने जवाब देते हुए कहा कि अभी इस पर रिसर्च किया जा रहा है कि यह सही है या गलत।

तो वहीं उन्होंने ​कहा कि डॉ. सुधीर भंडारी के नेतृत्व में सवाई मानसिंह अस्पताल की चिकित्सक टीम ने राजस्थान में तीन मरीजों को रेट्रोवायरल ड्रग के साथ समय समय पर उनका उपचार किया गया जिसके चलते ठीक हुए और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

Post a Comment

0 Comments

ARwebTrack